खगड़िया के परबता विधानसभा की राजनीति में का एक ऐसा चेहरा विधायक डॉ संजीव कुमार जो परबता विधानसभा क्षेत्र सहित खगड़िया जिले के आम लोगों का अपने संक्षिप्त राजनीति के कार्यकाल में ही युवाओं, बुजुर्गों एवं सभी जमात का हर दिल अजीज बन गया। विधायक डॉ संजीव कुमार खासकर युवाओं के दिलों में अपनी खास जगह बना ली। स्वास्थ्य क्षेत्र से राजनीति में आए परबता विधायक डॉ संजीव कुमार ने बहुत कम समय में सत्ताधारी जदयू पार्टी में भी अपनी अलग पहचान बनाई। डॉ संजीव कुमार वर्तमान समय में परबता विधानसभा क्षेत्र के विधायक हैं साथ जदयू चिकित्सा प्रकोष्ठ के प्रदेश उपाध्यक्ष भी हैं। समाजिक गतिविधियों में सक्रियता के कारण राष्ट्रीय गौरव अवार्ड से भी सम्मानित किये गए हैं। इन्होंने कम समय मे ही अपनी अलग पहचान बनाई है। जनताओं की समस्याओं को सदन के पटल पर रखने में ततपर रहते हैं टोपो लैंड का उठाकर लाखो एकड़ जमीन का मामला का निष्पादन कराया।
खगड़िया क्रिकेट संघ के अध्यक्ष हैं। परबता के इस लाल का अपने विधानसभा क्षेत्र के लोगों से खास लगाव है। जनता से इसी लगाव ने परबता की जनता की सेवा करने का भाव इनके मन मे ला दिया और अपने पिता पूर्व मंत्री बिहार सरकार श्री आर एन सिंह की राजनीतिक विरासत इन्होंने थाम लिया। परबता के विकासपुत्र कहे जाने वाले अपने पिता के पदचिन्हों पर चलते हुये परबता विधानसभा क्षेत्र में सड़क, स्वास्थ्य एवं शिक्षा के क्षेत्र में एक अभूतपूर्व परिवर्तन ला दिया । आज खगड़िया जिले के चार विधानसभा क्षेत्र में परबता मॉडल विधानसभा क्षेत्र के रूप में उभरा है। मजबूर, बेबस, लाचार लोगों की सेवा करना इनकी जिंदगी का अहम हिस्सा रहा है । हजारों मरीजो को अपने मेडिकल रिसर्च सेंटर में मदद करना ,गरीब लाचार को निशुल्क इलाज एवं चेकचप कराना इनका कार्य ही क्षेत्र में इन्हें आमजनों के बीच नेता नही परबता का बेटा का दर्जा देने का काम किया है। कोरोना काल मे जब सभी जनप्रतिनिधि अपने घरों में बंद होकर सोसल मीडिया पर लंबी लम्बी बातें लिख रहे थे उस समय डॉ संजीव कुमार परबता सहित कई जिलो के लोगों के लिये उनके बीच दूत बनकर उन्हें स्वास्थ्य लाभ और सुविधा उपलब्ध करा रहे थे। परबता विधानसभा की भौगोलिक स्थिति ऐसी है कि यहाँ हर साल बाढ़ आती है आधे दर्जन पंचायत इसकी चपेट में आ जाता है उस विनाशकारी बाढ़ में पीड़ितो का सहारा बनकर क्षेत्र में उनके बीच रहते हैं। सरकार के साथ मिलकर बाढ़ की विभीषिका को कम करने की दिशा में बांधो पर रिटर्निंग बॉल काम आरंभ कराया। साथ ही रिंग बांध के दिशा प्रयासरत है ताकि बाढ़ की विभीषिका से बचा जा सके। आज परबता विधानसभा क्षेत्र बिजली के मामले में आत्मनिर्भर हो चुका है यहाँ पांच पावर सब ग्रिड तो एक सुपर पावर ग्रिड है जो परबता सहित खगड़िया जिला सहित अन्य जिलों को भी बिजली उपलब्ध कराता है। तो अगुवानी सुल्तानगंज गंगा पुल 1700 करोड़ की लागत से बन रहा है जहाँ भारत का पहला डॉलफिन ऑब्जेटरी का निर्माण हो रहा है।जो पर्यटन के क्षेत्र इस क्षेत्र को नया मुकाम देगा । यह पुल इस क्षेत्र की सीरत और सूरत बदलने में मील का पत्थर साबित होगा। शिक्षा के क्षेत्र में इनके प्रयास से एक नयी क्रांति आयी है यहाँ पॉलिटेक्निक कॉलेज,नर्सिंग कॉलेज और आईटीआई कॉलेज बन गया है तो इनके प्रयास से परबता विधानसभा क्षेत्र में मेडिकल कॉलेज के लिये जमीन चिन्हित कर ली गयी है । स्कूलों में कम्प्यूटर लैब की स्थापना का कार्य अंतिम चरण में है तो जर्जर स्कूल के भवनों की जगह आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित विधालय के भवनों का कार्य कई जगहों पर चल रहा है तो कई जगहों पर प्रस्तावित है।